हरियाणा : प्रदेश शिक्षा विभाग के निर्देश पर कोरोना के कारण बंद हुए स्कूलों में मंगलवार को स्टूडेंट्स ने पहली बार कदम रखा। स्कूल प्रबंधन द्वारा सभी बच्चों की स्कूल के एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई तथा सही टेंपरेचर होने पर ही स्कूल में आने की अनुमति दी। जिन बच्चों का स्क्रीनिंग के दौरान टेंपरेचर ज्यादा रहा उन्हें गेट से तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने की सलाह दी गई। कुछ बच्चों का कोविड-19 का टेस्ट भी कराया गया। लंबी अवधि के बाद स्कूल खुलने के बाद जहां एक ओर बच्चों में खुशी देखी गई तो वहीं स्कूलों ने भी इसे राहत की बात बताया।
टीचर्स के मुताबिक ऑनलाइन पढाई के दौरान बच्चों को कंसेप्ट क्लियर करना बेहद मुश्किल काम होता है। सीमित समय में सिलेबस पूरा नहीं हो पाता। जिसके कारण ऑनलाइन पढाई में काफी मेहनत करने के बावजूद भी संतुष्टिजनक परिणाम नहीं आ रहे थे। नूंह की बात करें तो यहां पहले दिन कम विद्यार्थियों ने ही स्कूल आने की जहमत उठाई। नूंह के हिंदू सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 9वीं से 12वीं तक विद्यार्थियों की संख्या करीब 450 है। लेकिन महज 150 बच्चों के पेरेंट्स ने ही बच्चों को स्कूल भेजने की सहमति दी है।