कपूरथला3 घंटे पहले
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तीन महीने से मस्कट में फंसी पंजाब की स्वर्णजीत कौर आज सुबह दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची है। उसे लेने के लिए खुद राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल एयरपोर्ट पहुंचे। मोगा निवासी स्वर्णजीत कौर के पति कुलदीप सिंह ने कहा कि संत सीचेवाल द्वारा किये गए प्रयास के कारण ही उनकी पत्नी आज 3 महीने बाद अपने परिवार के पास लौटी पायी हैं। ट्रैवल एजेंट स्वर्णजीत कौर को दुबई में घरेलू काम करने का झांसा देकर मस्कट ले गए थे।
स्वर्णजीत कौर ने बताया कि घर में आर्थिक तंगी के कारण वह 3 माह पहले मस्कट गई थी। उनकी 4 बेटियां और एक बेटा है, जिनके उज्वल भविष्य के लिए वह गयी। उन्होंने अपनी लाचारी जाहिर करते हुए कई बार अपनी बीमारी के कारण पंजाब वापस आने इच्छा जतई, लेकिन ट्रैवल एजेंटों ने उन्हें वापस आने की अनुमति नहीं दी। उसके पास घर लौटने के टिकट तक के पैसे नहीं थे। लेकिन फिर भी वह किसी तरह भारतीय दूतावास पहुंचने में सफल रही।
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से उनके पति कुलदीप सिंह ने चंडीगढ़ में रहने वाले एडवोकेट गुरभेज सिंह के माध्यम से संपर्क किया था। इसे गंभीरता से लेते हुए जहां संत सीचेवाल ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से उनकी मदद की, वही उन्होंने उसे वापस लाने के लिए मस्कट में भारतीय दूतावास के अनुरोध पर टिकट का पूरा खर्च किया। 16 मार्च का टिकट भेजा, लेकिन उन्हें भारतीय दूतावास ने नहीं भेजा।
कुछ कर्मचारियों ने उसे वापस पंजाब न भेजने का कारण बताते हुए कहा कि वे उसे इसलिए नहीं भेज रहे थे, क्योंकि वह अकेली थी, जबकि उससे पहले 13-14 लड़कियां लौट चुकी थीं। इस घटना से उन्हें मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ा और परिवार को भी सहना पड़ा।
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सुबह साढ़े तीन बजे स्वर्णजीत कौर को लेने पहुंचे राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि उन्होंने पहले स्वर्णजीत कौर के लिए 16 मार्च को टिकट का इंतजाम किया था। लेकिन उसे नहीं भेजा गया। जिसका मुद्दा उन्होंने विदेश मंत्री जयशंकर के सामने उठाया। उन्होंने तुरंत इस पर कार्रवाई की और स्वर्णजीत कौर को वापस भेजने की व्यवस्था की।
संत सीचेवाल ने कहा कि अरब देशों में पंजाब के गरीब परिवारों को उनकी कठिनाइयों का अनुचित लाभ उठाकर और उन्हें उच्च वेतन का लालच देकर धोखा दिया जाता है। उन्होंने पंजाब के लोगों से अरब देशों में जाने से पहले वहां के सभी हालात की जानकारी लेने की अपील की। उन्होंने पंजाब सरकार से बिना लाइसेंस के इमिग्रेशन का कारोबार करने वाले ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी अपील की।
स्वर्णजीत कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि जालंधर, होशियारपुर, अमृतसर समेत पंजाब की कई लड़कियां मस्कट के अलग-अलग शहरों में नारकीय जीवन जी रही हैं. उसने कहा कि जिस फ्लाइट से वह लौटी थी उसमें करीब 12 भारतीय लड़कियां थीं जो उसकी तरह वहां फंसी हुई थीं। उन्होंने कहा कि ट्रैवल एजेंटों के झूठे वादों के कारण कई लड़कियां अभी भी वहां फंसी हुई हैं।