यह है 11 करोड़ से भी ज्यादा कीमत का कबूतर न्यू किम (फोटो क्रेडिट- Pipa Piegon Paradise)
इस कबूतर के मालिकों की साख कबूतर पालकों (pigeon breeder) में बहुत अच्छी है, इसलिए इसमें कोई खास आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि उनके पक्षियों की अब भी जारी ऑनलाइन नीलामी (online auction) में भारी मांग रही है. लेकिन इसके बावजूद किसी ने नहीं सोचा था कि उनकी दो साल की न्यू किम नाम की कबूतरी (female pigeon), दुनिया का सबसे महंगा कबूतर होने का रिकॉर्ड तोड़ देगी.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 12, 2020, 7:29 PM IST
एंटवर्प, बेल्जियम (Belgium) की एक प्रसिद्ध कबूतरपालक कंपनी होक वान डे वूवर ने इस महीने अपने रेसिंग कबूतरों (Racing Pigeons) के पूरे संग्रह को बेचने के लिए बोली लगवाई. इसे चलाने वाली पिता और पुत्र की जोड़ी गैस्टन और कर्ट वान डे वूवर की साख कबूतरपालकों (pigeon breeders) के बीच बहुत अच्छी है. वे कबूतरों के लिए कई राष्ट्रीय खिताब (National title) पा चुके हैं और उनके कबूतरों ने भी राष्ट्रीय स्तर (National level) पर प्रथम पुरस्कार पाये हैं. इसलिए इसमें कोई खास आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि उनके पक्षियों की अब भी जारी ऑनलाइन नीलामी (online auction) में भारी मांग रही है. लेकिन इस मांग के बावजूद किसी ने नहीं सोचा था कि शो की स्टार, उनकी दो साल की न्यू किम नाम की कबूतरी (female pigeon), दुनिया का सबसे महंगा कबूतर होने का रिकॉर्ड तोड़ देगी.
डेढ़ घंटे में लगीं 226 बोलियां, सबसे ज्यादा 1.19 करोड़ की
पिछले सोमवार पीपा पिजन पैराडाइज वेबसाइट पर इस नीलामी के शुरू होने के डेढ़ घंटे के अंदर ही न्यू किम को लेकर 226 बोलियां लगाई जा चुकी थीं, जिसमें सबसे ज्यादा 1.3 मिलियन यूरो या करीब 1.19 करोड़ रुपये थी. इस बोली को तबसे कोई हिला नहीं सका है. हालांकि अभी बोली में 4 दिन और बाकी हैं. और यह पहले से ही सबसे महंगा कबूतर बन चुका है, जिसने ‘अर्मांडो’ नामक एक अन्य बेल्जियन कबूतर के बनाए रिकॉर्ड को तोड़ा है. साल 2019 में एक चीनी कलेक्टर ने अर्मांडो के लिए 12,52,000 यूरो यानी करीब 1.10 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.नीलामी आधिकारिक तौर पर 15 नवंबर को समाप्त हो रही है. ऐसे में संभावना बनी हुई है कि इस रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीकी बोली से भी ज्यादा बोली अभी आ सकती है. हालांकि बोली वापस लिए जाने की संभावना बहुत कम है. और अगर कोई बोली 5 लाख यूरो से ज्यादा होती है तो उसे वापस लेने के लिए आयोजक को कुल बोली की राशि का 20% देना होता है. ऐसा हुआ तो बोली लगाने वाले सैमुअल लॉफ्ट्स को करीब 3,00,000 यूरो का नुकसान हो जाएगा.
प्रतियोगिताओं के लिए बल्कि प्रजनन के लिए खरीदते हैं कबूतर
दौड़ में न्यू किम का रिकॉर्ड असाधारण से कम नहीं है, और इसकी वंशावली भी काफी प्रभावशाली है. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि खरीदार दक्षिण अफ्रीकी कलेक्टर ऐसे मामलों में विशेष कबूतरों को भारी कीमतों पर दौड़ में उपयोग करने के लिए, बल्कि प्रजनन में प्रयोग करने के लिए खरीदते हैं. आखिरकार, प्रतियोगिताओं के दौरान पक्षी की जान जाने का जोखिम बहुत अधिक होता है और पक्षी की संतानों को बेचना अधिक लाभदायक होता है.
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असाधारण रूप से ऊंची बोली के कारण न्यू किम की सुरक्षा एक कंपनी द्वारा कराई जा रही है. ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जब तक यह अपने नए मालिक के कब्जे में नहीं चला जाता, तब तक कुछ भी न हो.