बेलारूस सरकार ने पुलिस को विरोध को किसी भी कीमत पर कुचलने के आदेश दिए हैं. फोटो: AP
बेलारूस (Belarus) के गृह मंत्रालय ने सोमवार को आदेश जारी कर कहा कि सड़कों पर हो रहे सरकार विरोधी रैलियों को अब बंद किया जाना चाहिए और पुलिस इसे खत्म करने के लिए खतरनाक हथियार (Leathel Weapon) चाहे तो इस्तेमाल कर सकती है.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 13, 2020, 8:03 AM IST
राष्ट्रपति लुकाशेंको से प्रदर्शनकारी मांग रहे हैं इस्तीफा
बेलारूस में बीते रविवार को भी प्रदर्शनकारियों ने बहुत बड़ी रैलियां आयोजित की और लुकाशेंको के खिलाफ जोरशोर से नारे लगाए. इन प्रदर्शनों में महिलाएं बहुत बड़ी संख्या में भाग ले रही हैं. वहीं पुलिस इन रैलियों को खत्म कराने और विरोध को कुचलने का हरसंभव प्रयत्न कर रही है. इस सिलसिले में पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है. रविवार को हुए प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं पर पुलिस वॉटर कैनन से पानी की बौंछारें चलाई.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जमकर पीटारविवार को प्रदर्शन के एक वीडियो में एक लोकल न्यूज चैनल ने दिखाया कि पुलिस प्रदर्शनकारियों की पिटाई करती हुई नजर आ रही है. पुलिस की पिटाई से एक बुजुर्ग का सिर भी फट गया.
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बेलारूस, पूर्व सोवियत संघ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ करता था. बेलारूस की राजधानी मिंस्क में 9 अगस्त के बाद से लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रोटेस्ट से राष्ट्रपति लुकाशेंको भी डर गए हैं और यही वजह है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए एके-47 लेकर कई बार घूमते हुए नजर आए.