फोटो सौ. (ट्विटर/Reuters)
अंतरिक्ष में एक बड़ा हादसा होने से टल गया है. दरअसल, बेकार पड़ी रूसी सैटेलाइट (Russian Satellite) और निष्क्रिय चीनी रॉकेट (Chinese Rocket) की आपस में टक्कर होने ही वाली थी कि दोनों आपस में 26 से 141 फीट की दूरी से गुजर गए.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 16, 2020, 8:47 PM IST
अब नवीनतम आंकड़ों से पता चला है कि ये दोनों ऑब्जेक्ट्स आपस में 26 से 141 फीट की दूरी से गुजर गए. जिससे इनके बीच कोई टक्कर नहीं हुई. अगर यह टक्कर हो जाती तो आसपास घूम रहे दूसरे सैटेलाइट्स के अलावा अन्य स्पेस मिशन को भी भारी नुकसान पहुंचता. बताया जा रहा है कि इन दोनों ऑब्जेक्ट्स का संयुक्त द्रव्यमान 2.8 मीट्रिक टन से ज्यादा था. ऐसे में अगर इतने भारी दो ऑब्जेक्ट्स के बीच टक्कर होती तो अंतरिक्ष में हजारों पीस नए मलबे का निर्माण होता. पुराने रिपोर्ट्स के अनुसार, इस समय अंतरिक्ष में लगभग 170 मिलियन से ज्यादा कबाड़ घूम रहे हैं. जिससे कई बार गंभीर समस्या भी पैदा हो चुकी है. दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां इन टुकड़ों पर नजर भी रखती हैं. फिर भी इनकी बढ़ती तादाद को देखते हुए ट्रैक करना एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है.
1/ This event continues to be very high risk and will likely stay this way through the time of closest approach. Our system generates new conjunction reports 6-8x per day on this event with new observation data each time. pic.twitter.com/d3tRbcV2P0
— LeoLabs, Inc. (@LeoLabs_Space) October 14, 2020
ये भी पढ़ें: ड्रैगन ने लगाया आरोप, कहा- रूस के साथ उसके रिश्ते खराब करवा रहा है अमेरिका दो प्रकार का होता है अंतरिक्ष मलबा
अंतरिक्ष मलबा दो प्रकार का होता है. पहला- मानव निर्मित और दूसरा प्राकृतिक. मानव निर्मित अंतरिक्ष मलबे का मतलब ऐसे टुकड़ों से है जो मानव द्वारा भेजे गए स्पेसक्राफ्टस या सैटेलाइट्स के निष्क्रिय हो जाने के बाद गुरुत्वाकर्षण के कारण धरती का चक्कर लगाते रहते हैं. वहीं, प्राकृतिक मलबा छुद्रग्रह, धूमकेतु और उल्कापिंड को कहते हैं.