
भोकर सीट पर कांग्रेस 8 बार चुनाव जीती है जबकि एनसीपी एक बार और निर्दलीय 2 बार जीते हैं
भोकर सीट पर कांग्रेस 8 बार चुनाव जीती है जबकि एनसीपी एक बार और निर्दलीय 2 बार जीते हैं
भोकर सीट पर कभी नहीं जीती बीजेपी
भोकर सीट दरअसल नांदेड़ जिले और लोकसभा क्षेत्र में आती है. भोकर सीट पर कांग्रेस 8 बार चुनाव जीती है जबकि एनसीपी एक बार और निर्दलीय 2 बार जीते हैं. बीजेपी इस सीट पर कभी चुनाव नहीं जीत सकी है. इससे समझा जा सकता है कि इस सीट पर कांग्रेस का हमेशा दबदबा रहा है. कांग्रेस की सबसे सुरक्षित सीट माने जाने वाली भोकर सीट अशोक चव्हाण के लिए भाग्यशाली रही है. अशोक चव्हाण भोकर सीट से साल 2009 में चुनाव जीते थे.
नांदेड़ से सांसद रहे हैं अशोक चव्हाणनांदेड़ लोकसभा सीट से ही जीतकर अशोक चव्हाण के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री शंकर राव चव्हाण संसद तक पहुंचे थे. अशोक चव्हाण नांदेड़ लोकसभा सीट से सांसद भी रहे हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर होने के बावजूद अशोक चव्हाण ने बीजेपी के दिगंबर बापूजी पाटिल को चुनाव हराया था. लेकिन साल 2019 के लोकसभा में अशोक चव्हाण हार गए. उन्हें बीजेपी के प्रताप राव पाटील चिखलीकर ने हराया. ऐसे में साल 2019 के बाद की बदली हुई परिस्थितियों में भोकर सीट पर अशोक चव्हाण के लिए अब सबकुछ पहले जैसा आसान नहीं होगा. बीजेपी इस सीट को जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाएगी. भोकर सीट पर अशोक चव्हाण के सामने कुल 90 उम्मीदवार खड़े हैं.
नांदेड़ जिले की 11 विधानसभा सीटें हैं. किनवाट, हडगांव, भोकर, नांदेड़ उत्तर, नांदेड़ दक्षिण, लोहा, नौगांव, देगलुर और मुखेड. नांदेड़ लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है जबकि भोकर, नांदेड़ उत्तर और नौगांव पर कांग्रेस का कब्जा है. यहां कुल वोटर्स की तादाद 265106 और 324 पोलिंग बूथ हैं. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां 70.47% वोटिंग हुई थी.
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है. ऐसे में चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर के एक ही चरण में विधानसभा चुनाव कराने का ऐलान किया है. चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर की काउंटिंग के बाद आएंगे.