
फादर स्टेन स्वामी की फाइल फोटो
वरिष्ठ जेल अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि फादर स्टेन स्वामी (Father Stan Swamy) को ‘सिपर’ और ‘स्ट्रॉ’ नहीं देने का आरोप ‘आधारहीन’ है. उन्होंने बताया कि सिपर और स्ट्रॉ के अलावा दूसरी जरूरी चीजें भी मुहैया कराई जा रही है.
वरिष्ठ जेल अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि स्वामी को ‘सिपर’ (Sipper) और ‘स्ट्रॉ’ (Straw) नहीं देने का आरोप ‘आधारहीन’ है. उन्होंने कहा, ‘सिपर और स्ट्रॉ ही नहीं, हम उन्हें व्हील चेयर, चलने के लिए छड़ी सहित अन्य सुविधाएं दे रहे हैं. उन्हें दो सहायक भी मुहैया कराए गए हैं.’ अधिकारी ने कहा, ‘हम जानते हैं कि वह मरीज हैं. वह पार्किंसन बीमारी से ग्रस्त हैं. ऐसे में हम उनकी जरूरत के सामान क्यों नहीं मुहैया कराएंगे.’
इस बीच, दिल्ली के कुछ वकीलों ने कार्यकर्ता को एक पत्र के साथ ‘स्ट्रॉ’ और ‘सिपर’ का पार्सल शनिवार के तलोजा जेल भेजा. जेल को लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले वकीलों में शामिल नंदिता राव ने कहा, ‘एक वकील के नाते हमें स्थिति से दुख हुआ क्योंकि जेल नियमावली के अनुसार जिन कैदियों की विशेष जरूरत होती है, उन्हें वह चीज मुहैया कराई जाती है.’
उन्होंने कहा, ‘हम महसूस करते हैं कि न्यायिक हिरासत के दौरान अगर किसी को सम्मानजनक तरीके से पानी पीने का अधिकार भी नहीं मिलता तो यह संविधान और मानवता के मौलिक मूल्यों का निरादर है.’ स्वामी ने नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत में याचिका दायर कर ‘सिपर’ और ‘स्ट्रॉ’ मुहैया कराने का अनुरोध किया था.