
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि किसी भी कीमत पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी. (Photo: AP)
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने कहा कि वह समझ सकते हैं कि पैगंबर मोहम्मद (Prophet Mohammed) के कार्टून से मुस्लिम समुदाय को धक्का लगा है, लेकिन हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 1, 2020, 1:17 PM IST
पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद दुनियाभर के मुस्लिमों, खासकर मुस्लिम देशों का निशाना बने मैक्रों ने अल जजीरा को इंटरव्यू देकर सफाई देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि फ्रांस के मकसद को गलत समझा जा रहा है. इमैनुएल मैक्रों ने कहा, ‘मैं समझ सकता हूं कि लोगों को कैरीकेचर से ठेस पहुंच सकता है, लेकिन मैं इसके लिए हिंसा को कभी उचित नहीं मानूंगा.’
हालांकि, उन्होंने साफ किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि वह या उनके अधिकारी कार्टून का समर्थन करते हैं जिन्हें मुस्लिम ईशनिंदा मानते हैं और न ही फ्रांस मुस्लिम विरोधी है. उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि हमारे अधिकारों व आजादी की रक्षा करने मेरा कर्तव्य है.
कट्टरपंथियों के हमले लगातार जारी
फ्रांस में लगातार कट्टरपंथियों के हमले जारी हैं. पिछले 72 घंटों के अंदर देश में दो हमले दर्ज किए गए हैं. शनिवार को चर्च के बाहर पादरी को हमलावरों ने गाली मार दी और फरार हो गए. पिछले दो हफ्ते में हुए हमलों के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है. फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक स्कूल टीचर के बाद नीस के चर्च में तीन लोगों की हत्या कर दी गई.
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कट्टरपंथियों से देश की सुरक्षा के लिए सैनिकों की तैनाती बढ़ाई गई
मैक्रों ने कट्टरपंथियों से देश की सुरक्षा के लिए पूरे देश में सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है. देश के स्कूलों और पूजास्थलों के पास सैनिकों कौ तैनात किया गया है. इसके साथ ही दूसरे इस्लामिक उग्रवादी हमलों की चेतावनी भी दी गई है और सतर्क रहने को कहा गया है.