
कश्मीर घाटी में 5 अगस्त से बंद चल रही थीं पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं.
केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा जम्मू-कश्मीर (Jammu and kashmir) से आर्टिकल 370 (Article 370) हटाने के बाद सुरक्षा को देखते हुए राज्य में मोबाइल सेवाएं (Mobile services) बंद कर दी गई थीं.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 12, 2019, 1:13 PM IST
प्रधान सचिव रोहित कंसल के अनुसार सोमवार को राज्य के 10 जिलों में यह सेवाएं शुरू हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन घाटी में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. लोगों की सुरक्षा के लिए ही पाबंदी लगाई गई थी.

जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने दी जानकारी.
बता दें कि 5 अगस्त को मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से राज्य में मोबाइल सेवाएं सुरक्षा को देखते हुए बंद कर दी गई थीं. हालांकि मोबाइल सेवाएं चरणबद्ध तरीके से शुरू की जा रही हैं. अभी भी कुछ इलाकों में मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी है.घाटी में करीब 66 लाख मोबाइल ग्राहक
कश्मीर घाटी में करीब 66 लाख मोबाइल ग्राहक हैं, जिनमें से लगभग 40 लाख ग्राहकों के पास पोस्ट-पेड सुविधाएं हैं. केंद्र द्वारा पर्यटकों के लिए घाटी खोलने की सलाह जारी करने के दो दिन बाद यह कदम उठाया गया.
5 अगस्त को बंद हुई थीं मोबाइल सेवाएं
केंद्र द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द करने के बाद बाद 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गईं थी. घाटी में 17 अगस्त को आंशिक फिक्स्ड लाइन टेलीफोन को फिर से शुरू किया गया था और 4 सितंबर तक लगभग 50,000 की संख्या वाली सभी लैंडलाइनों को चालू घोषित कर दिया गया था.
जम्मू में नाकाबंदी के दिनों के भीतर संचार प्रणाली को बहाल कर दिया गया था और यहां तक कि मोबाइल इंटरनेट भी अगस्त के मध्य में शुरू किया गया था. लेकिन इसके दुरुपयोग के बाद 18 अगस्त को सेलुलर फोन पर इंटरनेट की सुविधा छिन गई थी.
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